Purnima : पूर्णिमा भारत में 9 अगस्त 2025 मनाई जाएगी, पूर्णिमा को हिन्दू धर्म में अत्यंत शुभ तिथि माना गया है। इस दिन व्रत रखने, सत्यनारायण कथा पढ़ने और चंद्रमा को अर्घ्य देने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से मानसिक शांति और पारिवारिक सुख की प्राप्ति होती है।

Purnima : पूर्णिमा इस बार क्यों है ख़ास?
रक्षाबंधन और श्रावण पूर्णिमा एक साथ
9 अगस्त 2025 को भारत में श्रावण पूर्णिमा मनाई जाएगी और इसी दिन रक्षाबंधन का पर्व भी है। जब दो बड़े पर्व एक साथ आते हैं, तो वह दिन अपने आप में खास बन जाता है। बहनें इस दिन राखी बांधती हैं और भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं। पूजा, व्रत और पारिवारिक मिलन का यह संयोग भारत में करोड़ों लोगों के लिए शुभ अवसर है। ऐसी और भी खबर आसान भाषा में पढ़ने के लिए अभी देखिये हमारी वेबसाइट Highzones.com
America में भी चर्चा का विषय
America में बसे भारतीय समुदायों ने इस पूर्णिमा को लेकर विशेष उत्साह दिखाया है। वहाँ धार्मिक केंद्रों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन को लेकर कई पोस्ट्स और आयोजन साझा किए गए हैं। America की कुछ प्रमुख News साइट्स ने भी इसे भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण क्षण के रूप में प्रस्तुत किया है। इससे यह दिन केवल भारत में नहीं, बल्कि विश्व मंच पर एक सांस्कृतिक उत्सव बन गया है।
चाँद के अद्भुत दृश्य और खगोल चर्चा
इस पूर्णिमा की खास बात यह है कि इस दिन चाँद क्षितिज के बेहद पास उदय होगा और उसका रंग हल्का सुनहरा या केसरिया दिखाई देगा। यह दृश्य बहुत ही आकर्षक होता है और सूर्यास्त के कुछ समय बाद चाँद को इस रूप में देखना खगोल प्रेमियों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं है। ऐसी घटनाएँ बहुत कम बार होती हैं, जब आकाशीय स्थितियाँ इतनी अनुकूल होती हैं। ऐसी और भी खबर आसान भाषा में पढ़ने के लिए अभी देखिये हमारी वेबसाइट Highzones.com
इस बार चाँद पर दिखाई देंगी चंद्रयान और लैंडिंग की जगहें
खगोल वैज्ञानिकों और टेलीस्कोप विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार की पूर्णिमा पर चाँद की सतह पर कुछ विशेष स्थान जैसे टाइको क्रेटर और वर्जनटिन जैसी संरचनाएं साफ तौर पर दिखाई दे सकती हैं। ये वही क्षेत्र हैं जहाँ पहले अंतरिक्ष मिशन जैसे अपोलो और हाल के भारत के चंद्रयान मिशन ने लैंडिंग की थी। America की मीडिया में यह चर्चा भी चल रही है कि इस बार टेलीस्कोप के ज़रिए वे स्थान भी देखे जा सकेंगे जहाँ इंसान ने पहली बार चाँद पर कदम रखा था।
Purnima : पूर्णिमा मुख्य जानकारी एक नजर में
विषय | जानकारी |
---|---|
पूर्णिमा की तिथि | 9 अगस्त 2025 (शनिवार) |
मुख्य पर्व | श्रावण पूर्णिमा, रक्षाबंधन |
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त | सुबह 5:39 से दोपहर 1:24 बजे तक |
चंद्रमा के उदय का समय | शाम 7:28 बजे IST |
विशेष दृश्य | टाइको क्रेटर, वर्जनटिन जैसी संरचनाएं, चंद्रयान स्थल दृष्टिगोचर |
America में चर्चा का कारण | सांस्कृतिक एकता, खगोल चर्चा, रक्षाबंधन और धार्मिक आयोजन |
यह Purnima : पूर्णिमा क्यों है सबसे ख़ास?
- श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन का संयोग
- चाँद का अद्भुत दृश्य और विशेष खगोलीय स्थिति
- चाँद पर पुराने मिशनों की लैंडिंग स्पॉट्स दिखने की संभावना
- America समेत पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति की झलक
- खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए दुर्लभ अवसर
निष्कर्ष:
इस बार की पूर्णिमा केवल एक धार्मिक तिथि नहीं है। यह भावनाओं, विज्ञान, और संस्कृति का संगम बन गई है। भारत में भाई-बहन का पर्व और America में चाँद की दुर्लभ झलक—दोनों ने मिलकर इस दिन को ऐतिहासिक बना दिया है। ऐसी और भी खबर आसान भाषा में पढ़ने के लिए अभी देखिये हमारी वेबसाइट Highzones.com
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